कोरोना के खतरे के बीच लोगों के दिलों में दहशत पैदा करने के लिए एक और वायरस ने दस्तक दे दी है। इस वायरस का नाम है मंकीपाक्स। मंकीपॉक्स एक दुर्लभ संक्रमण है जो स्मॉल पॉक्स की तरह दिखता है। इस बीमारी में चेचक के लक्षण दिखाई देते हैं। इसके अलावा इस संक्रामक बीमारी में फ्लू जैसे लक्षण भी मरीज में दिखाई दे सकते हैं। यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने इसे एक वायरल संक्रमण बताया है, जो लोगों के बीच आसानी से नहीं फैलता, बल्कि यह बीमारी चूहों या बंदरों जैसे संक्रमित जीवों से मनुष्य में फैलती है। आइए जानते हैं आखिर क्या है ये मंकी पॉक्स और स्मॉल पॉक्स से कैसे अलग है ये खतरनाक वायरस।
क्या है मंकी पॉक्स?
मंकी पॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है जो स्मॉल पॉक्स (Smallpox) या छोटीमाता की तरह ही होती है। इसमें भी पीड़ित होने पर फ्लू जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।
मंकी पॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है जो स्मॉल पॉक्स (Smallpox) या छोटीमाता की तरह ही होती है। इसमें भी पीड़ित होने पर फ्लू जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।

बीमारी गंभीर हो जाने पर निमोनिया के बाद जानलेवा सेप्सिस के लक्षण भी दिखाई देने लगते हैं। इसके बाद लिंफ नोड्स में में सूजन आने लगती है फिर चेहरे और बॉडी पर दाने-दाने की तरह लाल रेशेज आने लगते हैं। लिनोक्स हिल हॉस्पिटल न्यूयॉर्क के डॉक्टर रॉबर्ट ग्लैटर के अनुसार मंकीपॉक्स के लिए उसी कुल का वायरस जिम्मेदार है जिस कुल का वायरस स्मॉलपॉक्स के लिए जिम्मेदार होता है।