महावीर मंदिर और हनुमान मंदिर भारत के पवित्र हिन्दू मंदिरों में से एक है जो भगवान हनुमान को समर्पित है। ये मंदिर भारत के बिहार राज्य के पटना में स्थित है।
महावीर मंदिर पटना जंक्शन के निकट स्थित है जो प्रतिदिन हज़ारो भक्तो को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस मंदिर में हर साल लाखों तीर्थ यात्री आते है जिसके कारण ये उत्तरी भारत का दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। आचार्य किशोर कुणाल पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव है।
महावीर मंदिर ट्रस्ट का बजट, उत्तर भारत का दूसरा सबसे ज्यादा बजट है क्योकि पहला बजट प्रसिद्ध मां वैष्णो देवी मंदिर है। महावीर मंदिर की प्रतिदिन औसत इनकम 1 लाख से ज्यादा है।

सन 1948 में पटना हाईकोर्ट के निर्णय के मुताबिक ये मंदिर प्राचीन काल से यहां मौजूद है। परन्तु मंदिर के ऐतिहासिक तथ्यों और परंपरा की जांच से पता चला है कि इस मंदिर को स्वामी बालानंद ने स्थापित किया था, बालानंद सन 1730 के दौरान रामानंदी संप्रदाय के एक तपस्वी थे।
मुख्य मंदिर में हनुमान जी की दो मूर्तियां हैं। पहली परित्राणाय साधूनाम् जिसका अर्थ है “अच्छे व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए” और दूसरी विनाशाय च दुष्कृताम् जिसका अर्थ है “दुष्ट व्यक्तियों को समाप्त करने के लिए”। ये मंदिर 1900 A.D से रामानंद संप्रदाय के अंतर्गत आता है। जबकि 1948 तक गोसाईं सन्यासियों के कब्जे में था।

सन 1948 में पटना उच्च न्यायालय ने इसे सार्वजानिक मंदिर घोषित कर दिया। नए भव्य मंदिर का विनिर्माण 1983 से 1985 के बीच किशोर कुणाल और उनके भक्तों के योगदान से किया गया था और वर्तमान में ये देश के सबसे शानदार मंदिरों में से एक है।
