ऑस्ट्रेलिया के लिए 11 टेस्ट मैच खेल चुके मैट रेनशॉ ने क्रिकेट से ब्रेक ले लिया है. रेनशॉ को क्वींसलैंड ने शेफील्ड शील्ड में तस्मानिया के खिलाफ होने वाले मैच के लिए टीम में जगह नहीं दी थी, जिसके बाद उन्होंने ये फैसला लिया. रेनशॉ कितने समय तक क्रिकेट नहीं खेलेंगे, इसका तो अबतक खुलासा नहीं हुआ है लेकिन शेफील्ड शील्ड में उनकी खराब फॉर्म को देखते हुए क्वींसलैंड ने उन्हें टीम से बाहर किया था.
खराब फॉर्म में रेनशॉ
23 साल के रेनशॉ ने बिग बैश लीग से पहले 10 शेफील्ड शील्ड मैचों में महज 20.22 के औसत से 182 रन बनाए थे. इसमें रेनशॉ के बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला था. उनका बेस्ट स्कोर सिर्फ 36 रन था. हालांकि बिग बैश लीग में रेनशॉ ने अच्छा प्रदर्शन किया और तीन अर्धशतकों के साथ वो ब्रिसबेन हीट के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर रहे.
बिग बैश लीग खत्म होने के बाद रेनशॉ क्वींसलैंड की दूसरी टीम की ओर से खेले, जहां उन्होंने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 117 गेंदों में महज 26 रन बनाए. इसके बाद क्वींसलैंड की टीम में जो बर्न्स और मार्नस लाबुशेन की वापसी हुई जिसके चलते रेनशॉ को टीम से बाहर कर दिया गया. बता दें पिछले शनिवार को पारिवारिक कारणों के चलते रेनशॉ ने क्लब क्रिकेट नहीं खेला. अब खबर आई है कि रेनशॉ काफी क्रिकेट खेलकर थक गए हैं और खुद को तरोताजा करने के लिए उन्होंने कुछ समय के लिए क्रिकेट से ब्रेक ले लिया है.
डेढ़ सालों से ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहरबता दें मैट रेनशॉ पिछले डेढ़ सालों से ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम से बाहर हैं. अक्टूबर 2018 में रेनशॉ यूएई दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे लेकिन वॉर्मअप मैच के दौरान शॉर्ट लेग पर फील्डिंग करते हुए गेंद उनके हेलमेट पर लग गई, हालांकि उन्हें फिट घोषित कर दिया गया लेकिन इसके बावजूद उन्हें दोनों टेस्ट में मौका नहीं मिला.
जब से रेनशॉ ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर हुए हैं, उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. रेनशॉ ने 34 फर्स्ट क्लास मैचों में सिर्फ 21.68 की औसत से रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से सिर्फ 2 अर्धशतक निकले हैं. रेनशॉ के बाहर होने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 6 अलग-अलग टेस्ट ओपनरों को मौका दिया है, जिसमें जो बर्न्स, उस्मान ख्वाजा, डेविड वॉर्नर, मार्कस हैरिस, एरॉन फिंच और कैमरन बेनक्रॉफ्ट शामिल हैं.
SOURCE – NEWS 18