एक आम इंसान कितने समय तक नहीं नहा सकता, दो दिन, दो सप्ताह और अगर ये समय दो महीनों तक पहुंच गया तो आप खुद उसे पागल कहने लगेंगे। लेकिन बिहार से एक अजब-गजब मामला सामने आया है, जहां एक शख्स कुछ दिन या महीने नहीं बल्कि 22 सालों से नहीं नहाया है। चौंकाने वाली बात ये है कि इन सालों में उसकी पत्नी और दो बेटों की मौत भी हो गई लेकिन वह अंतिम संस्कार के रिवाज अनुसार भी नहीं नहाया।
मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला बिहार के गोपालगंज का है। जहां मांझा ब्लॉक के बैकुंठपुर गांव का निवासी धर्मेंद्र राम पिछले 22 साल से नहीं नहाया है। खास बात है कि इतने दिन ना नहाने के बावजूद धर्मेंद्र के शरीर पर इसका कुछ असर नहीं पड़ा है। कोई भी बीमारी उसके शरीर पर प्रवेश नहीं कर पाई है। नहाने को लेकर धर्मेंद्र का कहना है कि उसकी प्रतिज्ञा ली है कि जब तक समाज में महिला के खिलाफ अपराध, जमीनी विवाद और मौतें नहीं रुकेंगे, तब तक वह नहीं नहाएगा।
धर्मेंद्र ने बताया कि साल 1975 में वह बंगाल में एक फैक्ट्री में काम करता था। साल 1978 में उसकी शादी हो गई। सबकुछ ठीक चल रहा था कि साल 1987 में उसे अचानक महसूस हुआ कि समाज में जमीनी विवाद, जानवरों का वध, महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ रहा है। ऐसा क्यों हो रहा है, इसके जवाब की चाहत में धर्मेंद्र एक गुरु के पास पहुंचा जिन्होंने धर्मेंद्र को आत्मीय शांति और भक्ती का रास्ता दिखाया। जिसके बाद से वह प्रभु राम की भक्ती में लीन हो गया।
धर्मेंद्र ने आगे बताया कि साल 2000 में उसने फैक्ट्री से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, उसके परिवार ने उसे वापस जॉइन करने के लिए दबाव दिया। जिसके बाद गुस्से में धर्मेंद्र ने खाना और नहाना छोड़ दिया। जब फैक्ट्री के मैनेजर को ये बात पता चली तो उसने धर्मेंद्र को नौकरी से निकाल दिया और वापस घर भेज दिया। उसके बाद से साल 2022 तक वह कभी नहीं नहाया। और आगे भी नहीं नहाने की बात कही है।