राजधानी में एक साथ सात पुल जुड़ रहे हैं। चिरैयाटांड़ पुल को करबिगहिया फ्लाईओवर से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। चिरैयाटांड़ आरओबी, एग्जीबिशन रोड फ्लाईओवर, चिरैयाटांड़ से करबिगहिया हनुमान मंदिर की ओर, करबिगहिया आरओबी, मीठापुर फ्लाईओवर, आर ब्लॉक फ्लाईओवर और भिखारी ठाकुर आरओबी को मिलाकर सात पुल आपस में जुड़ रहे हैं।
इसके बाद पटना के पश्चिमी इलाके (दानापुर) के लोग राजेंद्रनगर, मीठापुर बस स्टैंड, गांधी मैदान तक एक पुल से ही चले जाएंगे। आर ब्लॉक, जीपीओ, स्टेशन गोलंबर, मीठापुर में जाम से मुक्ति मिल जाएगी। पटना के पूर्वी इलाकों में रहने वाले लोग चिरैयाटांड़ पुल पर सवार होने के बाद पुल से ही विधानसभा तक पहुंच जाएंगे।

स्टेशन के पास खूबसूरत नजारा :
पटनाजंक्शन गोलंबर भी पूरी तरह बदल जएगा। यहां बन रहा फ्लाईओवर सबसे अलग होगा। स्टेशन गोलंबर के ऊपर बन रहे केबल स्टे ब्रिज यहां की खूबसूरती होगी। यहां का पुल पिलर पर नहीं बनाया जा रहा है। 90 मीटर तक पुल का ऊपरी हिस्सा केबल पर निर्भर होगा।
पटनाजंक्शन गोलंबर भी पूरी तरह बदल जएगा। यहां बन रहा फ्लाईओवर सबसे अलग होगा। स्टेशन गोलंबर के ऊपर बन रहे केबल स्टे ब्रिज यहां की खूबसूरती होगी। यहां का पुल पिलर पर नहीं बनाया जा रहा है। 90 मीटर तक पुल का ऊपरी हिस्सा केबल पर निर्भर होगा।

पुल निगम के इंजीनियर बताते हैं कि इस डिजाइन में लोहेे के स्ट्रक्चर को केबल द्वारा हवा में बैलेंस कर दिया जाएगा। चंडीगढ़ के राजपुरा फैबिक्रेशन यार्ड में पुल के फाइवर तैयार किए गए हैं। वहां से इसे लाया जा रहा है। सुंदरता के लिए चीन से केबल मेटेरियल मंगाया गया है। 28, 32, 40 और 80 टन का सिरा पटना आने लगा है। दोनों ही सिरों पर 80-80 टन के दो सुपर स्ट्रक्चर को इंस्टॉल कर दिया जाएगा।