सिल्क सिटी भागलपुर में गुरुवार को ठगी का एक अजब-गजब मामला सामने आया है। यहां ठगों ने एक शख्स को दो लाख रुपयों से भरा झोला दे दिया और बदले में 12 हजार रुपये लेकर भाग गए। ठगों ने यह सबकुछ इतनी जल्दी में किया कि पीड़ित व्यक्ति को यह सोचने तक का मौका नहीं दिया कि वे उसे झांसा दे रहे हैं। घटना कचहरी चौक पर गुरुवार की दोपहर साढ़े बारह बजे के करीब हुई।
गुरुवार की दोपहर नगर निगम के अस्थायी कर्मी और मायागंज मोहल्ला निवासी मुहम्मद जिम्मी बैंक से 12 हजार रुपये निकाल कर पैदल कचहरी चौक पहुंचा। तभी दो युवक उनके पास परेशान हाल में पहुंचे। उनमें से एक मोटे कद-काठी वाले ने जिम्मी से कहा कि उसे दस-बारह हजार रुपये की बहुत जरूरत है। एक अधिकारी को समाहरणालय परिसर में देना है। उसके पास दो लाख रुपये हैं। यदि वह ले जाएगा तो वहां सभी पैसे ले लिए जाएंगे।
इतना कहकर उसने दो लाख रुपये के बंडल वाला अपना झोला जिम्मी को दिखाते हुए कहा कि वह दस मिनट के लिए इसे रखे और वापस आने पर उसी से उन्हें 12 हजार रुपये निकाल कर दे देगा। यह सुनकर जिम्मी ने झट से अपनी जेब से 11 हजार रुपये निकाले और बिना देर किए उसे दे दिए। उसने जिम्मी को कहा कि दस मिनट के अंदर वह वापस लौट जाएगा, इसलिए कचहरी चौक पर ही रुकिए।
इसके बाद जिम्मी चौराहे पर पान की दुकान के पास खड़े होकर दोनों के आने का इंतजार करता रहा। दस मिनट के बदले जब आधा घंटा बीत गया तो तब उसे आशंका हुई। उसने झोला खोलकर देखा तो उसके अंदर नोटों के बंडल नहीं, बल्कि कागज के टुकड़े के बंडल थे जो नोट की आकार में काट कर रखे गए थे। इसके बाद जिम्मी रोने लगा।
वह अपने मोबाइल फोन से भीखनपुर स्थित ससुराल, मायागंज स्थित घर और अपने सहकर्मियों को जानकारी देते रोते हुए पुलिसकर्मियों को जानकारी दी। इसके बाद कुछ लड़के ठगों की तलाश में समाहरणालय परिसर और कचहरी रोड में कुछ दूर तक गए भी, लेकिन उनका पता नहीं चल सका। घटना की जानकारी इशाकचक पुलिस को दी गई। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।