ईद को लेकर एदारा ए शरिया की वर्चुअल बैठक हुई। इसमें बिहार और झारखंड के उलेमाओं ने हिस्सा लिया। मौलाना अलकमा शिबली और पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलयावी की सदारत में मंगलवार को हुई बैठक में ईद का चांद को लेकर चर्चा की गई। तय किया गया कि झारखंड और बिहार में 29 रमजान उल मुबारक (एक मई) को चांद देखने की व्यवस्था की जाएगी
बिहार में 121 और झारखंड में 60 केन्द्र
मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने बताया कि चांद देखने के लिए बिहार और झारखंड में 181 जगहों पर रूहल ए हेलाल केंद्र बनाए जाएंगे। इसमें बिहार में 121 और झारखंड में 60 जगहों पर यह केंद्र रहेगा। साथ ही हर केंद्र मे चांद देखने की व्यवस्था के साथ ही एक चार पहिया गाडी व तीन-तीन व्यक्ति तैनात रहेंगे, ताकि जरुरत पडने पर काजीयों तक गवाहान शहादत के लिए जल्दी में पहुंच सकें। बिहार- झारखंड से बाहर चांद नजर आने की स्थिति में हवाई जहाज से पटना व रांची शहादत हासिल की जाएगी।
इमाम पर नहीं बनाएं दबाव
एदार ए शरीया ने सभी मुसलमाने से अपील किया है कि वह चांद व गवाही के लिए गैर जरुरी तौर पर अपने इमाम पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाएं। साथ ही अपील की गई कि किसी तरह के अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। बैठक में पटना, रांची, पूर्णिया, जमशेदपुर, सीवान, हजारीबाग, गया, पलामू, भागलपुर, धनबाद, मुजफ्फरपुर, बोकारो, छपरा, रामगढ़, किशनगंज, गढ़वा, औरंगाबाद, चतरा, नवादा, कोडरमा, कटीहार, गिरिडीह, वैशाली, दुमका, जहानाबाद, सिमडेगा, अररिया, जामताड़ा, बांका, लोहरदगा, बेतिया, गुमला, सासाराम, लातेहार, बक्सर, खुंटी, सहरसा, देवघर, जमुई, साहिबगंज, मुंगेर, चायबासा, आरा, खरसावां, समस्तीपुर, गोड्डा, गोपालगंज, सितामडी, मधुबनी, दरभंगा आदी जिलों के काजी, मुफ्ती, उलेमा, ईमाम, हेलाल कमेटी व अन्य लोग शामिल हुए।