17 साल बाद मिला मृतक के परिजनों को न्याय, टूटी बिहार सरकार की नींद, मिलेगी अब नौकरी

खबरें बिहार की जानकारी

 भोजपुर जिले में 17 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अनुकंपा के आधार पर शिक्षा विभाग 38 विभिन्न पदों पर बहाली करने जा रहा है. इसके लिए 17 वर्षों से नौकरी की आस लगाए मृतक के परिजनों द्वारा जमा 328 आवेदन की सूची को सार्वजनिक कर दिया गया है. इसका दावा आपत्ति मिलने के बाद इसका निपटारा कर इस माह के अंत या अगले माह तक सभी की बहाली कर दी जाएगी.

स्कूलों के विभिन्न पदों पर होगी तैयारी
भोजपुर जिले में प्राथमिक विद्यालय, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों के विभिन्न पदों पर तैनात शिक्षक, सहायक शिक्षक, लिपिक, परिचारी और पुस्तकालय अध्यक्ष का निधन विगत कई वर्षों पहले हो गया था. वर्ष 2006 के बाद जिले में जितने भी तैनात लोगों का निधन हुआ, उनके बदले उनके आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी का लाभ नहीं मिला.

सभी आश्रित 2006 से ही अनुकंपा के आधार पर नौकरी के लिए भटक रहे हैं. हाल के दिनों मे डीएम राजकुमार, डीडीसी विक्रम विरकर और जिला परिषद की अध्यक्ष समेत शिक्षा समिति ने कारगर पहल करते हुए इन सभी पदों पर बहाली के लिए दावा आपत्ति की मांग की.

10 को पहुंचे जिले के सभी प्रखंडों में
10 अक्टूबर को जिले के सभी प्रखंडों में स्थित प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों में लगभग 38 में सहायक के पद पर 22 और परिचारी के पद 16 की बहाली के लिए दावा आपत्ति की मांग की गई है. इस दावा आपत्ति के मिल जाने के बाद इसका निष्पादन कर बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.

मृतक के परिजनों को 17 वर्षों बाद मिलेगा न्याय
भोजपुर जिले के सभी 14 प्रखंडों में लगभग 38 पदों पर सहायक और परिचारी की बहाली होने से शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार होगा. खाली पड़े 38 पदों पर अनुकंपा के आधार पर बहाली हो जाने के बाद स्थानीय स्कूलों के सभी कार्यों में तेजी भी आएगी

जिले में इन सभी पदों पर वर्ष 2006 के बाद अब तक बहाली नहीं हो पाई. 17 वर्षों के बाद उन्हें जिला परिषद शिक्षा समिति के साथ-साथ डीएम और डीडीसी की कारगर पहल के बाद एक लम्बे इंतजार के बाद उन्हें नौकरी और न्याय मिलने जा रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *