सीतामढ़ी से भागलपुर की दूरी आने-जाने मिला कर 700 किमी होती है। इतने लंबे सफर और लगातार 16 घंटे की ड्राइविंग ने सात पुलिसकर्मियों समेत आठ लोगों की जान ले ली।
अगर बंदी वाहन में दो चालक होते, तो शायद यह दुर्घटना गघैट में नहीं होती। यह सवाल पुलिस लाइन मैदान में गार्ड ऑफ ऑनर के बाद मृतक के परिजनों ने जोनल आईजी सुनील कुमार के समक्ष उठाया।