कोरोना की तीसरी लहर सुनामी जैसी है। महज 13 दिनों में जहानाबाद जिले में 400 से अधिक लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। 29 दिसंबर को जहानाबाद में कोरोना के नये केस मिले थे। बैंक कर्मी, एक छात्रा तथा एक अन्य व्यक्ति जांच में संक्रमित पाया गया था। उसके बाद से संक्रमण प्रतिदिन दहाई और बीच में एक दिन तीन अंकों में भी पहुंच गया। 13 दिनों में ही कोरोना केस 400 के आंकड़े को पार कर चुका है।
कोरोना की रफ्तार जिस हिसाब से बढ़ी है, उस अनुपात में जांच का दायरा बिल्कुल भी नहीं बढ़ पाया है। एक पखवारा पहले दो हजार के करीब लोगों की जांच हो रही थी। अभी भी यह आंकड़ा तीन हजार के आसपास ही है। पहले उन्हीं व्यक्तियों को संक्रमित माना जाता था, जो आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव मिले हैं। लेकिन, स्वास्थ्य सचिव के नये दिशा-निर्देश के बाद अब रैपिड एंटीजन किट में पॉजिटिव आए लोग भी संक्रमितों की श्रेणी में माने जाने लगे हैं।
जहानाबाद के सदर अस्पताल के अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड तथा दोनों शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच की सुविधा है। सभी प्रखंडों के पीएचसी और रेफरल अस्पताल में भी एंटीजन किट से जांच के अलावा आरटीपीसीआर के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं।
पहली लहर में घोसी प्रखंड के एक युवक में संक्रमण का प्रथम मामला सामने आया था। उसके बाद शहर तथा अन्य प्रखंडों में भी लोग संक्रमित पाए जाने लगे। पौने दो साल पहले आई कोरोना की पहली लहर में किसी भी दिन जिले में संक्रमण का आंकड़ा 100 के पार नहीं पहुंच पाया था। वहीं दूसरी लहर में सबसे अधिक शहर को प्रभावित किया। शहर के अलावा रतनी प्रखंड इसकी चपेट में काफी अधिक था। कई गांवों भी कोरोना के हॉट स्पॉट बन गए थे। दोनों लहरों में 10 हजार 783 लोग संक्रमित हुए थे। अधिकारिक आंकड़े के अनुसार 109 लोगों की मौत हुई थी। तीसरी लहर में संक्रमण की रफ्तार भी दूसरी लहर जैसी ही है। बल्कि दूसरी लहर में 25 दिन में जीतने केस आए थे, उतना 13 दिनों में ही आ चुका है।