पटना : छठ के लिए दीघा के जहाज घाट से पटना सिटी तक इस बार गंगा किनारे 101 घाट बनेंगे। दुर्गापूजा के दौरान विसर्जन के लिए तैयार घाटों की स्थिति बेहतर है। प्रतिमा विसर्जन के बाद घाटों की सफाई भी जारी है। इस बार भी बाढ़ के बाद घाटों के आकार में बदलाव आया है। कुछ घाट छोटे हो गए हैं, कुछ गहरे हैं। कहीं दोबारा से स्लोप बनाने की तैयारी है। बुडको ने अपने सभी 29 घाटों का टेंडर भी फाइनल कर दिया हैं। वहीं नगर निगम द्वारा बनाए जाने वाले 72 घाटों का निर्माण भी दो- तीन दिनों में शुरू हो जाएगा। बुडको तीन करोड़ में 29 घाट और नगर निगम पौने दो करोड़ में 72 घाटों को तैयार करेगा।
पिछले साल तालाबों में अर्घ्य देने नहीं गए थे: पिछलेसाल इन घाटों के ऊपर अर्घ्य देने के लिए तालाब बनाया गया था। इसमें किसी श्रद्धालु ने अर्घ्य नहीं दिया था। इस बार बुडको ने एक भी तालाब नहीं बनाने का फैसला लिया है। घाटों के पास सड़क, स्लोप और बैरिकेडिंग करने का निर्णय लिया गया है। सफाई और पानी की व्यवस्था निगम करेगा। पाटीपुल घाट पर अब सफाई शुरू हो गई है।
घाट नंबर 93 दीघा की स्थिति बेहतर: घाट नंबर 93 की स्थिति बेहतर है। रेलवे क्रॉसिंग से आगे एनआईटी हॉस्टल के पास से घाट तक जाने वाली सड़क भी ठीक है। घाट तक जाने के लिए पिछली बार बनाए गए 60 फीट चौड़े पैदल पथ की स्थिति भी बेहतर है। यहां पर घाट की लंबाई करीब चार सौ मीटर है। पानी में जाने के लिए बेहतर स्लोप है। पार्किंग के लिए भी अच्छी जगह है। दीघा, पाटलिपुत्र, आशियाना, राजीवनगर, एजी कॉलोनी, रामनगरी के लोग इस घाट पर आसानी से जा सकेंगे।