पटना : स्मार्ट सिटी में सौर ऊर्जा से 16 से 20 फीसदी तक बिजली मिलेगी। एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के लिए चुने गए गांधी मैदान के 980 एकड़ एरिया को 42 मेगावाट बिजली सोलर एनर्जी के रूप में देनी है। स्मार्ट सिटी ड्राफ्ट रिपोर्ट में इस योजना पर 99.92 करोड़ खर्च करने का प्रस्ताव है। मकानों की छतों पर सोलर बिजली तैयार करनी है। नगर निगम ने 354 भवनों की लिस्ट तैयार की है। चीफ इंजीनियर अशोक कुमार ने इन भवनों की डिटेल पटना प्रमंडल को भेज दी है।
एसपीवी गठन के साथ ही शुरू होगा काम : नगर निगम ने ऊर्जा विभाग सहित सभी सरकारी एजेंसियों और शाखाओं के साथ एमओयू साइन किया है। इसके मद्देनजर स्पेशल परपस व्हीकल के गठन के साथ ही डीपीआर तैयार होगी। दिल्ली की एजेंसी द्वारा सर्वे भी कराया जा चुका है। इसके लिए सोलर डेवलपिंग एजेंसी ने सर्वे रिपोर्ट तैयार कर रखी है।
आठ वर्ष बाद बेची भी जाएगी : इस बिजली प्रोजेक्ट को धीरे-धीरे पूरे शहर में विस्तार करना है। सरकारी के साथ-साथ इच्छुक लोगों के घरों में भी सोलर प्लांट लगाया जाएगा। आठ वर्ष तक इस एनर्जी का इस्तेमाल फायदे के लिए नहीं किया जाएगा। तब तक कुल बिजली उत्पादन का 35 से 40 फीसदी सोलर पर निर्भर करना है। आठ वर्ष में इस प्लांट पर लगने वाले 100 करोड़ रुपए वसूल हो जाएंगे। इसके बाद अगले 25 वर्ष तक इस बिजली से सिर्फ फायदा होगा। 25 वर्ष के बाद इसे दोबारा से बनाने की जरूरत पड़ेगी
इन भवनों में लगेगा सोलर प्लांट एजीऑफिस, बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल, बीएसईबी, भारतीय नृत्य कला मंदिर, बिस्कोमान, बिहार राज्य जल पर्षद, बीएसएनएल, बांकीपुर बस स्टैंड, चैंबर ऑफ कॉमर्स, चीफ जस्टिस भवन, क्राइस्ट चर्च स्कूल, सीटी एसपी ऑफिस, कमिश्नर ऑफिस, सीपीएम ऑफिस, डीएम ऑफिस-आवास, फायर ब्रिगेड ऑफिस, गांधी म्यूजियम, जीपीओ पटना, प्लेनेटोरियम, बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, एलआईसी भवन, उद्योग भवन, एसबीआई, सिन्हा लाइब्रेरी, रेडियो स्टेशन, पुलिस क्वार्टर, पटना म्यूजियम, एलआईसी फ्रेजर रोड, न्यू पुलिस लाइन, न्यू पटना क्लब, मगध महिला कॉलेज, लोक नायक भवन, रेड क्रॉस, श्रीकृष्णा साइंस सेंटर, पाटलिपुत्र को-ऑपरेटिव बैंक, यूथ हॉस्टल, एनडीआरएफ, बिहार राज्य सार्वजनिक पुस्तकालय, रविंद्र भवन, रैन बसेरा, पथ परिवहन निगम, ऑफिसर्स हॉस्टल, महालेखागार भवन, कोतवाली पुलिस स्टेशन, केदार भवन, इंजीनियर क्लब, इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड ऑफिस, दूरदर्शन केंद्र, बिहार राज्य पुलिस परिवहन मुख्यालय, बिहार पशु चिकित्सा संघ, बिहार एसोसिएशन और मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स।