ट्रेन चलाते समय ड्राइवरों को मोबाइल बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। ऑन ड्यूटी लोको पायलट व असिस्टेंट लोको पायलट चलती ट्रेन में मोबाइल का इस्तेमाल किसी भी प्रकार से नहीं करेंगे।
किसी तरह की सूचना व संचार के लिए अब ड्राइवर केवल वॉकी टॉकी का सहारा लेंगे। ट्रेनें खड़ी होने की स्थिति में वे मोबाइल का यदा-कदा उपयोग कर सकते हैं।
पटना जंक्शन पर बुधवार को आयोजित संरक्षा सेमिनार में रेल मंडल के वरीय मंडल संरक्षा आयुक्त एम के तिवारी ने लोको पायलटों को उनकी जिम्मेदारी का स्मरण कराया। श्री तिवारी ने कहा कि संरक्षा को लेकर हर मानदंडों का पालन हो।
लोको पायलटों के हाथ में यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की अहम जिम्मेवारी होती है। पायलट उचित नींद लें और खानपान सही रखें। घर के तनाव को लेकर ड्यूटी न पहुंचे और स्वास्थ्य संबंधी किसी तरह की असुविधा की स्थिति में ट्रेनों का परिचालन न करें।
मौके पर लोको पायलटों ने दैनिक कार्यों में आ रही समस्याओं को लेकर भी संरक्षा अधिकारी से सुझाव मांगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल विद्युत अभियंता आशुतोष झा ने की। उन्होंने कहा कि अन्य कर्मियों से चूक होने की स्थिति में लोको पायलट सतर्कता से हादसे टाल सकते हैं।
रेल अधिकारी तपस दास ने कहा कि ट्रैक पर किसी तरह की असामान्य चीज दिखने पर ट्रेन को खड़ी कर दें। तत्काल इसकी संबंधित सूचना स्टेशन मास्टर को दें और रेलवे कंट्रोल को उचित माध्यम से सूचित करें।
सेमिनार में मुख्य क्रू नियंत्रक देवेन्द्र प्रसाद, उप क्रू नियंत्रक राकेश कुमार, आरआर कुमार और सीजे कुमार उपस्थित थे।