बिहार मे रक्षा बंधन कल यानी सात अगस्त को मनाया जाना तय है ये त्यौहार भाई बहन के लिए खुशी लाता है एक धागे ने दूर दूर से बहनो और भइयो को खींच लता है ये रक्षाबंधन का त्यौहार आज बाजारों में बहनो ने भइयो के लिए राखियां खरीदी ।
पर रक्षा बंधन में बहन के द्वारा भाई को राखी बांधने का एक शुभ मुहूर्त होता है। इस मुहूर्त के दौरान ही राखियां बांधी जाती हैं। लेकिन बताया जा रहा है कि इस बार राखी बांधने के समय को लेकर लोगों में संशय बना हुआ है। हर बार रक्षाबंधन के दौरान भद्रकाल का ध्यान रखा जाता है। भद्रकाल के दौरान बहन, भाई को राखी नहीं बांधती है क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। ज्योतिष के मुताबिक भद्रकाल में राखी बांधना घातक होता है। ऐसे में भद्रकाल से पहले या उसके टलने के बाद ही राखी बांधी जाती है।
लेकिन इस बार भद्रकाल से ज्यादा चंद्र ग्रहण का डर है। इस बार रक्षा बंधन पर चंद्रग्रहण का साया पड़ रहा है। लोगों को राखी बांधने के समय के दौरान चंद्र ग्रहण के साये का ध्यान रखना होगा। चंद्र ग्रहण की वजह से इस बार राखी बांधने के लिए केवल पांच घंटे ही शुभ मुहूर्त है।
वर्तमान विक्रमी संवत में श्रावण की शुक्ल पूर्णिका 7 अगस्त को सूर्योदय से पूर्व ही शुरु हो जाएगी और रात के 11 बजकर 41 मिनट पर रहेगी। इसके अलावा चंद्र ग्रहण के सूतक का समय दोपहर 1 बजकर 52 मिनट से शुरू हो जाएगा।’ इसलिए इस बार बहनों को चंद्रग्रहण लगने से पहले ही भाईयों को राखी बांधनी होगी। यह समय होगा सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 1.50 मिनट तक। इस समय के बीच राखी बांधना शुभ रहेगा। बता दें, इस बार रक्षा बंधन पर खंडग्रास चंद्र ग्रहण पड़ रहा है।