बहुत कम ऐसा देखने को मिलता है कि कोई पुलिस वाला रिश्वत लेने से हिचक करता हो। ऐसा सिर्फ योगी राज में ही हो सकता है। क्योंकि पुलिस भी ये जानती है कि पकड़े गए तो माफ नहीं किया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ के राज में यूपी पुलिस से भी अच्छी खबरें सुनने को मिल रही है। आमतौर पर यूपी पुलिस के भ्रष्टाचार की खबरें सुनने को मिलती हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में अपने बेटे को छुड़ाने के लिए कोतवाल को रिश्वत देने की कोशिश के आरोप में एक ठेकेदार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार यादव ने बताया कि शहर के आर्य समाज चौक निवासी ठेकेदार कमलकांत शर्मा के बेटे मोना शर्मा तथा उसके साथियों का शनिवार रात बिरुआवाड़ी मंदिर के पास एक शादी समारोह के दौरान कुछ युवकों से झगड़ा हुआ था।
उन्होंने बताया कि दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई थी। इसी दौरान मोना शर्मा ने तमंचे से गोली भी चलाई। सूचना मिलने पर कोतवाल लोकेंद्र अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे और सभी को कोतवाली लाया गया। यादव ने बताया कि बेटे को पुलिस द्वारा पकड़ने की सूचना पर कमलकांत रात में ही कोतवाली पहुंच गया और बेटे को छोड़ने के एवज में कोतवाल से लेने-देन की बात करने लगा। उसने कोतवाल की मेज पर 75 हजार रुपये गिनकर उनकी ओर बढ़ा दिए।