एकल परिवार के बढ़ते प्रचलन के बीच रोहतास जिला में एक संयुक्त परिवार का मिसाल है। काराकाट प्रखंड के सोनवर्षा गांव में 96 सदस्यों वाला यह परिवार आज के बदलते परिवेश के बावजूद एकताबद्ध है।
यह परिवार समाज और एकल परिवार की हिमायती नई पीढ़ी के लिए एक सीख है। यह परिवार है वर्ष 2000 में काराकाट प्रखंड के सोनबरसा पंचायत के पूर्व मुखिया बने श्यामदेव सिंह का।
परिवार के अधिकतर सदस्य गांव में ही रहते हैं।
खेती-बाड़ी परिवार का मुख्य पेशा है। हालांकि, घर के कुछ लोग सरकारी टीचर और अन्य नौकरी में हैं। लेकिन, घर में किसी भी तरह के यदि कार्य होने पर सपरिवार एकसाथ बैठकर निर्णय लिया जाता है। लेकिन, अंतिम निर्णय श्यामदेव सिंह का ही होता है। चार भाईयों में श्यामदेव सबसे बड़े हैं।
शाम ढलते ही पंचायत के पूर्व मुखिया श्यामदेव सिंह को अपने परिजनों की चिंता सताने लगती है। परिवार का फलां आदमी कहा है, क्या कर रहा है, कब आएगा? घर के सदस्यों की जानकारी दालान में बैठकर लेने लगते हैं।