पूर्णिया जिला मुख्यालय स्थित नेमचंद रोड में एक दंपति जहां चाह वहां राह की मिसाल हैं। उन्होंने बताया कि मुंबई से सड़क मार्ग होते हुए विभिन्न राज्यों से गुजरते हुए 18 देश होते हुए लंदन जाएंगे।
72 साल की बद्री बलदवा राजीव और उनकी पत्नी पुष्पा संग नौ साल के नातिन अपने बीएम डब्लू एक्स 5 से सड़क मार्ग से लंदन पहुंचने का उद्देश्य लेकर कुछ देर के लिए किशनगंज में रुके।
उन्होंने बताया कि उनके गुरू रविशंकर जी से प्रेरणा लेकर सारे विश्व में शांति का संदेश पहुंचाने के लिए इस सफर का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि एक बार हवाई मार्ग से सफर के दौरान उन्होंने आसमान से आक्समाऊंट देख रहे थे तो काफी सुंदर दिखा। तभी उन्होंने निर्णय लिया कि जब आसमान से आक्समाऊॅट इतना सुंदर दिख रहा है तो जमीन पर कितनी सुंदर दिखेगी।
तब उन्होंने सड़क मार्ग से लंदन जाने का निर्णय लिया। बलदवा मुख्य चालक है तथा उनकी पत्नी सहायक चालक है।
उन्होंने बताया कि इससे पहले वे लोग माइंस नब्बे डिग्री तापमान वाले नार्थ पॉल पालॅर पंच की यात्रा कर चुके है।
उन्होंने बताया कि इससे पहले वे लोग माइंस नब्बे डिग्री तापमान वाले नार्थ पॉल पालॅर पंच की यात्रा कर चुके है।
72 वर्ष की उम्र में 18 देशों से होकर 21 हजार किलोमीटर सफर करते हुए यह दंपति शांति का संदेश देते हुए मुंबई से लंदन के लिए प्रस्थान किये हैं। युवाओं को उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि मन से युवा होते है लोग न कि तन से।
उन्होंने कहा विश्व के सभी युवाओं से एक ही बात कहना चाहूंगा कि कोई भी शांति से मन से करे अवश्य सफल होंगे। बलदवा दंपति आज के दौर में युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत का कार्य कर रहे है। जो अपने अनोखे सफर से बता रहे है जहां चाह वहां राह है।
बलदवा ने कहा कि किसी ने सही कहा है किसी भी नेक कार्य एवं तरक्की के पीछे महिला का हाथ होता है जो आज मेरी पत्नी कर रही है।
हर वक्त हर समय और हर कार्य में वह साथ देती है चाहे कार्य कितना भी कठिन क्यों न हो। उन्होंने कहा कि वह पहले भारतीय दंपति है।.jpg)
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जिसने 90 डिग्री नार्थ पॉल के साथ साथ माउन्ट एवेरस्ट और मान्सरोवार से जगहों का भ्रमण किया है।