शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए मुख्य सड़कों के चौड़ीकरण के साथ ही वैकल्पिक सड़कें बनाई जाएंगी।
शनिवार को पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं के साथ बैठक में डीएम धर्मेंद्र सिंह ने इस बाबत आवश्यक दिशानिर्देश दिए। पथ निर्माण विभाग ने नगर निगम की 5 सड़कों के चौड़ीकरण का प्रस्ताव दिया है। अब, नगर निगम की इन सड़कों को पथ निर्माण विभाग के अधीन कर दिया जाएगा। उधर, सरैयागंज टावर से जीरोमाइल चांदनी चौक से बखरी तक की सड़कों को भी 14 मीटर चौड़ा करने का प्रस्ताव है।
विभाग से प्राप्त प्रस्ताव की स्वीकृति के लिए डीएम ने सरकार को रिपोर्ट भेज दी है। करीब 35 करोड़ रुपये की लागत से इन सड़कों के चौड़ीकरण का प्रस्ताव दिया गया है। डीएम ने कागजी प्रक्रिया को 10 जून तक पूरा करने के लिए कहा है। ताकि, सड़कों की चौड़ाई बढ़ने से शहर को जाम से निजात मिल सके।
सरैयागंज टावर से जीरोमाइल चांदनी चौक से जीरोमाइल होते हुए बखरी तक की सड़क को 14-14 मीटर करने का प्रस्ताव है। इस पर डिवाइडर भी बनेगा। दूसरी ओर नगर निगम क्षेत्र की सिकंदरपुर मोड़ से राणी सती मंदिर करबला जाने वाली सड़क तथा लक्ष्मी चौक से पुलिस लाइन जाने वाली सड़क की चौड़ाई 23-23 फीट करने का प्रस्ताव है। वहीं, पानी टंकी चौक से मिठनपुरा चौक तक की सड़क की चौड़ाई 14 मीटर की जाएगी।
ग्रामीणक्षेत्रों में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा बनाई गई सभी सड़कों की गुणवत्ता जांच होगी। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण योजना के तहत यदि किसी महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण नहीं हो सका है तो उसे चिह्नित कर प्राक्कलन के साथ जून के अंत तक प्रस्ताव मांगा गया है। शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित आंतरिक संसाधन की समीक्षा बैठक में डीएम धर्मेंद्र सिंह ने ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंताओं को 10 जून तक सारी योजनाओं को हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया।
उन्होंने मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के तहत मुरौल-मनियारी पथ में बने पुल के पहुंच पथ के भू-अर्जन का प्रस्ताव भी मांगा है। साथ ही श्रम संसाधन विभाग द्वारा मोतीपुर प्रखंड के ठिकहां में आईटीआई का निर्माण 10 जून से शुरू करने को कहा। भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता काे औराई, सकरा, मीनापुर कटरा प्रखंड में नव निर्मित भवन का निर्माण शुरू कराने के साथ ही चार अन्य प्रखंडों का निरीक्षण कर उसके भवन का निर्माण कराने का प्रस्ताव देने का आदेश दिया।