भागलपुर में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। रविवार को गंगा खतरे के निशान से मात्र दो सेंटीमीटर नीचे है। गंगा के जलस्तर में प्रति 8 घंटे में एक सेमी की वृद्धि हो रही है।
नवगछिया अनुमंडल में कोसी के जलस्तर में कमी आई है मगर लोगों की परेशानी बनी हुई है। कोसी-सीमांचल के जिलों कटिहार, अररिया, किशनगंज, सुपौल, सहरसा व पूर्णिया में बहने वाली नदियों का जलस्तर तेजी से गिर रहा है। जिन इलाकों में पानी कम हो चुका है।
हालांकि अभी भी बहुत से लोग राहत शिविर और हाईवे पर सड़क के किनारे शरण लिए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में प्रशासन द्वारा राहत कार्य का दावा कर रहा है मगर पीड़ितों का कहना है कि उन्हें प्रशासन से किसी प्रकार की मदद नहीं मिली है। विरोध में बाढ़ पीड़ित प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
पूर्वात्तर राज्यों से अभी भी रेल संपर्क टूटा हुआ है। मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक में उफान से रविवार को भी कांटी, मीनापुर व मोतीपुर में कई स्थानों पर तटबंधों पर दबाव बना रहा।
बागमती नदी में उफान के कारण समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड रविवार को दूसरे दिन भी बंद रहा। समस्तीपुर से दरभंगा जाने के लिए लोग हायाघाट स्टेशन के पास पुल नंबर 16 पार कर थलवारा तक सात किलोमीटर पैदल चल कर गए।
सीएम नीतीश कुमार ने मोतिहारी के सुगौली, बंजरिया, चिरैया, मधुबन व पिपराही, सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर, मुजफ्फरपुर के औराई, कटरा, मुसहरी और मुरौल, शिवहर और पटना के फतुहा, पुनपुन और मसौढ़ी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।