पटना: बिहार की राजनीति एक अहम करवट बदल रही है. 2019 के लोक सभा चुनाव आने वाले है. बिहार NDA में उठापटक शुरू हो गया है. दरसअल हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी नाराज बातये जा रहे है. उनकी ये नाजरागी अब खुल कर सामने आने लगी है. सरकारी बगले वाले मुद्दे पर तेजस्वी का समर्थन कर उन्होंने इसका प्रमाण भी दिया है।
जब से रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस को बिहार मंत्रिमंडल में जगह मिली है,तब से जीतन राम की नाराजगी और बढ़ गयी है.उनकी ये नाराजगी अब खुल के सामने आ रही क्योंकि उन्हें केंद्र और राज्य दोनों मंत्रिमंडल ने जगह नही मिली है.
बिहार में अभी लोक सभा 40 सीट है.जदयू के NDA में शामिल होने पर अब हम और रालोसपा जैसे पार्टी को कितनी सीट मिलेगी ये देखने वाली बात होगी.
जीतन राम मांझी की नाराजगी को दूर करने के लिए केंद्र उन्हें राजभवन भेजने का प्रस्ताव रख चुकी है,लेकिन केंद्रीय मंत्री मंडल से इस्तीफा देने वाले कलराज मिश्र के कारण यहाँ भी मामला फस गया है.क्योंकि बिहार राज्यपाल के कलराज मिश्र का नाम भी काफी चर्चा में है.