बिहार के दो युवकों की मौत मंगलवार को सेल्फी लेने के चक्कर में हो गयी। सुपौल जिले के रतनपुरा थाने के नरपतपट्टी के आशुतोष की मौत जहां नदी में डूबने से हो गयी, वहीं कोलकाता के नदिया जिले के विजयनगर में राकेश त्रिभुवन की मौत ट्रेन से कट कर हो गयी।
सुपौल जिले के रतनपुरा थाना क्षेत्र स्थित नरपतपट्टी का निवासी 24 वर्षीय आशुतोष राज मंगलवार को सेल्फी लेने के दौरान कोसी में समा गया। आशुतोष पटना के डैडकिन कंप्यूटर इंस्टीट्यूट में हार्डवेयर इंजीनियरिंग का छात्र था।
वह दादी के श्राद्धकर्म में शामिल होने गांव गया था़ इसी दौरान वह कोसी नदी के पूर्वी तटबंध के 17 किलोमीटर स्पर पर सेल्फी लेने चला गया।
अचानक पैर फिसलने से कोसी में समा गया। परिजनों ने इसकी सूचना एनडीआरएफ की टीम को दी। एनडीआरएफ की टीम ने शव की तलाश की, लेकिन नहीं मिला।
आशुतोष तीन दोस्तों के साथ कोसी नदी के पूर्वी तटबंध पर गया था। वहीं, मित्रों के साथ नदी के किनारे सेल्फी लेने लगा। लेकिन, इसी दौरान उसके पांव फिसल गया और वह कोसी नदी में डूब गया।
वहीं दूसरी ओर, बिहार से कोलकाता के कल्याणी में पिता का इलाज कराने गये राकेश त्रिभुवन की मौत ट्रेन से कट कर हो गयी।
जानकारी के मुताबिक, नदिया जिले के कल्याणी के विजयनगर में 42 नंबर रेल गेट के पास ट्रेन के सामने सेल्फी लेने के चक्कर में 21 वर्षीय राकेश त्रिभुवन युवक की मौत हो गयी। वहीं, उसका दोस्त घायल हो गया।
जीआरपी अधिकारी ने बताया कि दोनों पटाखे जलाकर और सेल्फी लेकर महालया मना रहे थे और उसी समय वे सियालदह जा रही ट्रेन की चपेट में आ गये।
उन्होंने कहा कि ट्रेन की चपेट में आने से राकेश की मौत हो गयी और उसका दोस्त सूरज मंडल घायल हो गया, जिसे जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राकेश त्रिभुवन बिहार का निवासी था और वह पिता का इलाज कराने कल्याणी आया था।
सेल्फी का खतरनाक क्रेज- सेल्फी के चक्कर में सर्वाधिक मौतें भारत में
एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि सेल्फी के मामले में सर्वाधिक मौतें भारत में होती हैं।
स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के दौर में सेल्फी लेने का चलन भी जोर पक़़ड गया है, लेकिन इसके चक्कर में जान जाने की भी आशंका रहती है। कभी इमारत से गिरकर, कभी ट्रेन की चपेट में आकर, कभी नदी में डूबकर तो कभी गलती से गोली चलने से व्यक्ति मौत का शिकार हो जाता है।
सेल्फी लेने के चक्कर में दुनियाभर में सालाना कई मौतें होती हैं। लेकिन इन मौतों के मामले में भारत 20 देशों की तुलना में शीर्ष पर है। यहां मार्च 2014 से सितंबर 2016 के बीच सर्वाधिक 76 लोगों की मौत हुई। दूसरे व तीसरे स्थान पर क्रमश: पाकिस्तान और अमेरिका हैं। यह दावा भारत और अमेरिका के शोधकर्ताओं ने अपनी संयुक्त रिपोर्ट में किया है।
20 देशों में किया शोध यह शोध अमेरिका की कार्नेजी मेलॉन यूनिवर्सिटी, दिल्ली के इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और तिरुचिरापल्ली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने किया है।
शोध में उन 20 देशों को शामिल किया गया है, जहां सेल्फी का चलन सर्वाधिक है। भारत में स्मार्टफोन प्रयोग करने वालों की संख्या 33 करोड़ है।
एक शोध के मुताबिक 18 महीने के अंदर सेल्फी के कारण दुनियाभर में 127 लोगों की मौत हुई है. चौंकाने वाली बात है कि इन मौत में 60% सिर्फ भारत में हुई हैं.
सेल्फी का क्रेज़ आज युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है. लेकिन ये क्रेज़ कई लोगों की ज़िंदगी पर भारी पड़ गया है.
एक शोध के मुताबिक 18 महीने के अंदर सेल्फी के कारण दुनियाभर में 127 लोगों की मौत हुई है. चौंकाने वाली बात है कि इन मौत में 60% सिर्फ भारत में हुई हैं. पढ़िए कैसे भारत में सेल्फी का क्रेज़ पड़ रहा है, युवाओं पर भारी?
मार्च 2014 से सितंबर 2016 के बीच 18 महीनों में भारत में 76 से ज़्यादा मौत सिर्फ सेल्फी के दौरान लापरवाही से गई मौत के चलते हुईं.
पूरी दुनिया में हुई मौत के आंकड़े का ये 60% हिस्सा है. ट्रेन, नदी, समुद्र किनारे किनारे सबसे ज़्यादा मौत हुईं. इनमें सबसे ताज़ा हादसा नागपुर में फेसबुक लाइव के दौरान नाव के डूबने से हुआ. जहां 8 लोग मौत के मुंह में समां गए.
अमेरिका से आगे पाकिस्तान
सेल्फी के कारण मौत में दूसरे नंबर पर पाकिस्तान है, जहां 9 लोगों ने अपनी जान गंवाई. पाक के बाद दुनिया में तीसरे नंबर पर अमेरिका का नंबर आता है. वहां 8 लोगों ने सेल्फी के दौरान अपनी जान गंवाई.
इस सूची में चौथे नंबर पर रूस (6) और पांचवे नंबर पर फिलीपींस (4) है.
कम उम्र के युवा बन रहे शिकार
कुल 127 मरने वाले लोगों में से 41 ऐसे थे जिनकी उम्र 20 साल से भी कम थी. जबकि 45 ऐसे थे जिनकी उम्र 20 से 24 साल के बीच थी. 17 ही लोग ऐसे थे जिनकी उम्र 30 साल से ज़्यादा थी. कुल हादसों में से आधे (51.7%) भारत में घटित हुए. इनमें 87% मामलों में पानी के चलते जान गई.
टि्वटर पर सेल्फी तस्वीरों की धूम
ज़्यादातर लोग सोशल मीडिया साइट्स पर अपनी सेल्फी डालते हैं. फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम जैसे कितनी ही साइट्स हैं, जो लोगों की सेल्फी से भरी रहती हैं. मार्च 2014 से सितंबर 2016 के बीच 18 महीनों में टि्वटर पर डाली गईं सेल्फियों पर रिसर्च किया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान कुल 1.38 लाख से ज़्यादा ट्वीट की गईं. जो करीब 78236 टि्वटर यूजर्स ने की. इन ट्वीट में से 91059 ऐसी थीं, जो तस्वीरों के साथ डाली गईं थीं.
27 मार्च, 2014 से सितंबर 2016 के बीच 20 देशों में हुई मौतों की संख्या
भारत- 76
पाकिस्तान- 9
अमेरिका- 8
फिलीपींस, चीन- 8
रूस- 6
स्पेन- 3
पुर्तगाल, इंडोनेशिया, पेरू, तुर्की- 8
रोमानिया, ऑस्ट्रेलिया, मेक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, इटली, सर्बिया, चिली, नेपाल, हांग कांग- 9