हिन्दी फिल्म ‘चक्कलसपुर’ 26 मई को देश में भर में रिलीज हो रही है। फिल्म के प्रमोशन के लिए चक्कलसपुर की टीम पटना पहुंची हुई थी।
इस फिल्म की शूटिंग मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर के ग्रामीण इलाकों में हुई है। फिल्म के कई किरदार गांव के लोगों ने भी निभाया है। फिल्म की कहानी एक ऐसे गांव की है जिसमें सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है।
फिल्म के बारे में रजनीश बताते हैं कि चक्कलसपुर गांव एक ऐसा गांव है जो दो राज्यों के सीमा पर सटा है। दोनों राज्य इस गांव को अपना हिस्सा नहीं मानते हैं। इस कारण गांव में कोई विकास कार्य नहीं होता है।
जिससे लोगों को परेशानी होती है। गांव का बच्चा बिल्लू गांव छोड़कर दिल्ली चला जाता है। उसको लगता है कि दिल्ली जाने के बाद सभी समस्या दूर हो जाएगी, लेकिन दिल्ली जाने के बाद मजदूरी करना पड़ता है।
कई सालों के बाद गांव में जब बिल्लू की आने की खबर होती है तो सबको लगता है कि बिल्लू दिल्ली से साहब बनकर आ रहा है। बिल्लू के आने से गांव की परेशानी खत्म हो जाएगी। गांव आने पर बिल्लू समस्या दूर करने के लिए पीएम को चिट्ठी लिखता है।
फिल्म में पीएम की भूमिका निभाने वाले डॉ. ध्रुव कुमार बताते हैं कि फिल्म ग्रामीणों की समस्या को लेकर बनाई गई है। फिल्म में बिल्लू नाम का लड़का पीएम की मन की बात सुनकर गांव की समस्या को लेकर चिट्ठी लिखता हैं।