उत्पादन कम होने के बाद भी प्रतियोगिता बढ़ने से जिला प्रशासन को सस्ती लीची मिली है। जिला प्रशासन ने लीची का रेट 138 रुपये प्रति किलो तय किया है। हालांकि दिल्ली स्थित बिहार भवन को यह कब भेजी जाएगी, अभी यह तय नहीं है।
पहली बार हुई लीची बागानों की जांच से डीएम धर्मेंद्र सिंह खुश नहीं दिखे। उन्होंने दोबारा जांच का आदेश अधिकारियों को दिया।
बीते मंगलवार को अधिकारियों ने रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। इसके आधार पर रेट तय कर लिया गया है। जिला कृषि अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि सहबाजपुर स्थित जैविक फसल वाले लीची बागान की बीते मंगलवार को जांच की गई।
तब लीची 17 से 18 ग्राम की थी। लेकिन बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार अब लीची 18 से 22 ग्राम की हो गई है। मंगलवार को हुई बारिश के कारण लीची का आकार व मिठास बढ़ी है। अब डीएम के आदेश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।