यहां पक्की सड़कें हैं और सड़कों के किनारे हरे-भरे पेड़, जो एक अलग ही सुकून का एहसास कराते हैं। सबसे खास बात यह है कि यही वह पंचायत है, जो प्रदेश का पहला खुले में शौच मुक्त पंचायत घोषित किया गया था।
वहीं इस पंचायत को बीते 24 अप्रैल को केंद्र सरकार द्वारा दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण से सम्मानित किया गया है, जो इस जिले के लिए गौरव की बात है।
गोपालगंज का जिगना जगरनाथ पंचायत प्रदेश के ऐसे सशक्त पंचायतों में शामिल है, जहां आम आदमी के अस्पताल से लेकर मवेशियों के अस्पताल और कृत्रिम गर्भाधान केंद्र से लेकर हर घर में शौचालय है।
यहां की सड़कें पक्की हैं और सडकों के नीचे बने अंडर-ग्राउंड नालियां इस पंचायत की खूबसूरती में चार चांद लगाती हैं। सड़कों के किनारे हरे भरे पेड़ जिले के इस पंचायत में मनरेगा की सफलता की कहानी बयां करते हैं। यहां मवेशियों के खाने के लिए जगह-जगह पशु स्थल बनाये गए हैं।