छत्तीसगढ के सुकमा में नक्सली हमले में सौरभ कुमार के शहीद होने की खबर के बाद परिजन गम में डूब गये। पटना के दानापुर स्थित घर पर रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों के जुटने के बाद माहौल और गमगीन हो गया।
सौरव की 25 जून 2014 को बिक्रमगंज की प्रीति से शादी हुई थी और दोनों का एक सात महीने का बेटा है।
सौरव कुमार ने 24 अगस्त 2011 मे सीआरपीएफ ज्वाइन किया था और छुट्टी के बाद 19 मार्च को डयूटी पर गये थे। सौरभ के पिता का नाम कमलेश कुमार और मां का नाम रेखा देवी है जो दानापुर में रहते हैं।
पति के शहीद होने की खबर के बाद सौरव की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। वह बिलखती हुई बार बार कर रही थी, ” सब खत्म हो गइल ये दादा…हमर लइका के कमांडो अब के बनाई…..”
सौरव के पिता कमलेश सिंह का कहना है कि मेरा बेटा नक्सली हमले में शहीद हुआ है लेकिन और लोगों के बेटे भी शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे और भी बेटे हैं और अगर वो देश की सेवा करना चाहते हैं तो मैं उन्हें जाने से नहीं रोकूंगा।
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