वर्ष 2018 तक पटना में जाम से छुटकारा मिलने की उम्मीद जगी है। इसके पीछे वजह हैं बड़ी संख्या में फ्लाईओवर का निर्माण।
राजधानी के आर. ब्लॉक, मीठापुर, पटना जंक्शन गोलंबर, ललित भवन, पुनाईचक और हड़ताली मोड़ पर अमूमन रोज होने वाले ट्रैफिक जाम में जहां लोग बेदम हो जाते हैं, वहां अगले साल से आपकी सवारी बिना ट्रैफिक सिग्नल पर रुके रफ्तार भर सकेगी।
उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार को जोडऩे वाली बिहार की पहली 11.90 किलोमीटर लंबी फोर लेन एलिवेटेड रोड का तोहफा भी लोगों को मिलने वाला है। पटना के आंतरिक हिस्से में जाम से निजात के लिए आखिरी सड़क परियोजना है।
अशोक राजपथ पर गोलघर से दुजरा फ्लाईओवर और मेट्रो ट्रेन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
अच्छी खबर यह है कि सचिवालय भिखारी ठाकुर पुल से 14 मीटर चौड़ा फ्लाईओवर 2018 में तैयार हो जाएगा। मीठापुर ब्रिज से हार्डिंग रोड आर. ब्लॉक चौराहे के ऊपर से गुजरता हुआ सीधे सचिवालय गेट के पास तक यह 1270 मीटर लंबा फ्लाईओवर होगा। इस कार्य पर करीब 166.15 करोड़ रुपये लागत आने की उम्मीद है।
आर. ब्लॉक फ्लाईओवर दो लेन का होगा। एक लेन की चौड़ाई 7 मीटर है। सचिवालय से चिरैयाटांड ब्रिज के बीच वाया मीठापुर फ्लाईओवर 14 मीटर चौड़े फ्लाई ओवर से वीरचंद पटेल पथ का एक लेन जुड़ेगा। सुल्तान पैलेस के पास वीरचंद पटेल पथ से फ्लाई ओवर पर चढऩे उतरने का रास्ता होगा। आर. ब्लाक फ्लाईओवर पटना के तीन ब्रिज से जुड़ रहा है।
पूर्व से निर्मित भिखारी ठाकुर ब्रिज से शुरू होकर मीठापुर-करबिगहिया फ्लाईओवर के बीच से होते हुए चिरैयाटांड़ एक्जीबिशन रोड फ्लाईओवर से जुड़ेगा। फ्लाईओवर के आसपास के मोहल्ले वाले नीचे सर्विस लेन से आवागमन करेंगे।