आयकर विभाग ने कुछ दिनों पहले शहर की एक बड़ी रीयल स्टेट कंपनी सांई बिल्डर एंड डेवलपर्स के यहां छापेमारी की थी।
हालांकि टीम पहले सर्वे करने के लिए गयी थी, जांच में बड़े स्तर पर गड़बड़ी और बिना एकाउंट के कैश पैसे मिलने पर सर्वे को सर्च में बदल दिया गया।
उनके शहर स्थित दो-तीन ठिकानों को आयकर विभाग की टीम ने घंटों खंगाला। 12 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी का मामला है।
84% फीसदी तक पेनाल्टी
इस जांच में महत्वपूर्ण बात यह है कि बिल्डर ने 16 करोड़ की अघोषित आय का खुलासा अपने स्तर पर स्वयं कर दिया है।
इससे इतनी मात्रा में ब्लैक मनी की बात साफ तौर पर जाहिर होती है। इन अघोषित आय पर 84 फीसदी तक पेनाल्टी देना पड़ेगा। इसके अलावा टैक्स चोरी के मामले में जुर्माना ऊपर से लगेगा।
माना जा रहा है कि बिहार में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है, जिसमें इतनी बड़ी राशि अघोषित आय के रूप में जाहिर की गयी है।
उस समय की छापेमारी के दौरान सवा करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किये गये थे।
साथ ही दर्जनों दस्तावेज, गलत या कच्चा रसीद समेत इससे संबंधित अन्य कई तरह के दस्तावेज बरामद किये गये थे।
ग्राहकों से बिना रसीद के ब्लैकमनी के रूप में पैसे लेने के दर्जनों प्रमाण मिले थे। इन कागजातों की जांच के बाद टैक्स चोरी का मामला बड़े स्तर पर सामने आया है।
ग्राहकों को गलत रसीद देना और लाखों रुपये कैश के रूप में लेने के मामले सबसे ज्यादा सामने आये हैं।