राजधानी पटना के गांधी मैदान में रावण दहन के मौके पर दुर्गा के रुप में किन्नरों के दोस्ताना समूह ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रदर्शन किया। किन्नरों ने दुर्गा के नौ रुप के रूप में प्रस्तुति दी।
किन्नर समाज अपने पहचान और अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है ऐसे में किन्नरों के लिए आज के दिन ये मिला यह मौका किसी क्रांति के कम नहीं है।
दोस्ताना सफर की मुखिया रेशमा प्रसाद का कहना है कि पिछले 70 साल में पहली बार हो रहा है कि हमारे समाज को इतना बड़ा प्लेटफॉर्म मिला है.ये हमारी लड़ाई में मिल का पत्थर साबित होगा।
वहीं गांधी मैदान में असत्य और बुराई का प्रतीक रावण का अंत हो गया है। श्रीराम ने तीर चलाकर मेघनाथ, कुंभकर्ण और रावण के अंहकार को चूर चूर कर दिया।
पटना के गांधी मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी और दूसरे लोगों ने हिस्सा लिया।
इस बार रावण का 70 फीट, कुंभकर्ण का 65 फीट और मेघनाथ का पुतला 60 फीट का बनाया गया था। रावण दहन के बाद आतिशबाजी का जबरदस्त नजारा देखने को मिला।