प्रेमलता ने कैंसर से लड़कर जीती जिंदगी की जंग, जानिए…
पटना की डॉ. प्रेमलता ने कैंसर से लड़कर जिंदगी की जंग जीती है। कैंसर पीडि़तों के लिए वे आशा की किरण हैं। वे ऐसे मरीजों को बीमारी से लड़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
विषम परिस्थितियों में साहस और धैर्य दिखाना चाहिए। इसी की बदौलत आप हर कठिनाई से उबर सकते हैं। यह कहना है एएन कॉलेज की प्रो. डॉ. प्रेमलता का।
उन्हें वर्ष 2000 में स्तन कैंसर हुआ था। उन्होंने न केवल कैंसर पर काबू पाया, बल्कि कई मरीजों को कैंसर से लडऩे के लिए प्रोत्साहित भी किया है। कई लोग उनसे प्रोत्साहित होकर कैंसर से लड़ रहे हैं।
वर्ष 2000 में डॉ. प्रेमलता सिन्हा के ब्रेस्ट कैंसर की पहचान हुई थी। शुरू में वह काफी डर गईं, लेकिन हिम्मत नहीं हारीं। बीमारी की पहचान होने पर तत्काल पटना के कुर्जी अस्पताल में ऑपरेशन किया गया। इसके साथ ही बायोप्सी जांच कराई गई। जांच में कैंसर की पुष्टि हुई।
इसके बाद डॉ. प्रेमलता ने मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल जाने का निर्णय लिया। वहां देश के प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. एसएच आडवानी से संपर्क किया। उन्होंने पूरी जांच करने के बाद कीमोथिरेपी करने की सलाह दी।