संगठन विस्तार से लेके बूथ लेवल तक, बिहार से ले कर बिहार के बाहर तक जेडीयू कैसे मजबूत हो इसके लिये पार्टी की राज्य कार्यकारिणी ने रविवार को चार घंटे तक मंथन किया.
चार घंटे तक चली इस बैठक में नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जो आने वाले चुनाव में जेडीयू के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.
एक अणे मार्ग में नीतीश कुमार ने जेडीयू राज्य कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई.
महागठबन्धन से अलग होने के बाद बदली हुई राजनैतिक परिस्थितियों के साथ एनडीए के नए सहयोगी बनने के बाद जेडीयू के लिए भी अपने पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के साथ साथ आने वाले लोकसभा चुनाव में अपने दम ख़म का एहसास अपने सहयोगियों को कराना बड़ी चुनौती होगी. इन सभी वजहों को इस बैठक में बताया गया.
इसके बाद जेडीयू ने अभी से ही पार्टी को हर लेवल पर मजबूत करने की कोशिश करने की बात कही.
बैठक में जेडीयू के विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के साथ-साथ राज्य जेडीयू के तमाम नेताओं के लिए साफ़ साफ़ सन्देश दे दिया गया कि उन्हें पार्टी कैलेंडर के हिसाब से क्या करना है.
मैराथन बैठक के बाद जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने बैठक में किए गए फैसले को बताया.
उन्होंने कहा कि बाल विवाह को दूर करने और दहेज़ मुक्त बिहार के लिए 2 अक्टूबर से अभियान के तहत जेडीयू आंदोलन छेड़ेगी.
जेडीयू कार्यकारिणी की बैठक के बाद नेताओं और कार्यकर्ताओ में भी उत्साह देखने को मिला क्योंकि उन्हें पार्टी को मजबूत करने का साफ़-साफ़ सन्देश के साथ साथ होमवर्क भी दे दिया गया.