केंद्र सरकार ने बिहार के महाबोधि मंदिर की सुरक्षा के लिए CISF की तैनाती को मंजूरी दे दी है। भारत में ऐसा पहली बार होगा जब किसी मंदिर की सुरक्षा में CISF को तैनात किया जाएगा।
हालांकि केंद्र की इस पहल का बोधगया के 50 विदेशी बौद्ध मठों की संस्था इंटरनेशनल बुद्धिस्ट काउंसिल ने विरोध किया है। काउंसिल के महासचिव भदंत प्रज्ञादीप ने मंदिर में सीआईएसएफ को स्वीकार नहीं करने की बात कही है।
हालांकि यह मामला 2013 में बोधगया सीरियल बम ब्लास्ट के बाद नीतीश सरकार की पहल पर केंद्र ने स्वीकार्य कर लिया था। बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर के अंदर और उसके आसपास 7 जुलाई, 2013 को हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में दो बौद्ध भिक्षु घायल हुए थे।
इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंदिर परिसर और इसके आसपास के मंदिरों के लिए सश सुरक्षा घेरे की मांग की थी। इस सुरक्षा के खर्च का वहन कौन करेगा, को लेकर मामला अटका था।
अब बिहार सरकार ने खर्च की सहमति दे दी है।