देश को कल एशिया का सबसे लंबा पुल मिलने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 मई को धौला-सादिया पुल का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन के साथ ही दुनिया कर भारत के इंजीनियरों का कमाल भी देखेगी।
असम में ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर बने 9.15 लम्बे इस पुल के चलते अब अरुणाचल और असम की दूरी बेहद कम हो गयी है। आइए आपके इस पुल की कुछ खूबियां बताते हैं। ये देश और एशिया का सबसे लंबा पुल है।
इस पुल की लंबाई 9.15 किलोमीटर है। मुंबई बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से 30 फीसदी ज्यादा लंबा है। एशिया का ये सबसे लंबा पुल असम के जिला तिनसुकिया में बना है।
ये पुल ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदी लोहित नदी पर बना है। ये पुल सादिया और धौला के बीच बना है। सादिया, असम में गुवाहाटी से 540 किलोमीटर दूर है, जबकि धौला अरुणाचल की राजधानी ईटानगर से 300 किलोमीटर दूर है।
इस पुल से असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच की दूरी को कम होगी। अब तक अरुणाचल जाने के दूसरे सड़क रास्ते से 8 घंटे का वक़्त लगता था और फेरी यानी नाव से साढ़े 4 घंटे का समय लगता था।
लेकिन इस पुल के बनने से यह दूरी केवल आधे घंटे में पूरी कर ली जा सकेगी यानी कम से कम 4 घंटे की सीधी बचत। इस ब्रिज के ऊपर से 60 टन का लड़ाकू टैंक बड़ी आसानी से लेकर जाया जा सकता है।